दुर्ग पुलिस ने पेश किया अपना वार्षिक रिपोर्ट


▪️ गंभीर अपरायों में आयी कमी, समयावधि में क्रिया गया प्रकरणों का निराकरण।


▪️ नशे के विरूद्र चलाया गया व्यापक स्तर पर अभियान, भारी मात्रा में जप्त अवैध शराब।

▪️ साइबर टीम की त्वरित कार्यवाही से ऑनलाईन ठगी के पीड़ितों को कराई गई राशि वापस।

भिलाई. अपराधों पर लगाम लगाना और शांति स्थापित करना जिला पुलिस की प्राथमिकता है। जिले की लगातार बढ़ती आबादी और वाहनों की बढ़ती संख्या के बीच दुर्ग पुलिस अपने विभिन्न जागरूकता अभियान और कानूनी कार्यवाही से अपराध नियंत्रण करने में सफल हुए है। वर्ष 2022 में भादवि कुल 7411 अपराध पंजीबद्ध हुये, उसकी तुलना में वर्ष 2023 में अब एक जिले में कुल 6555 अपराध पंजीबद्ध हुए, इस प्रकार पूर्व वर्ष की तुलना में घटित अपराधों में 12% की कमी आयी है। इस वर्ष पंजीबद्ध अपराधों में से 83% अपराधों का निराकरण किया जा चुका है, तथा 7% चालान तैयार किया जा चुका है, इस प्रकार कुल 90,% अपराध का निराकरण किया जा चुका है, शेष अपराधों के निराकरण शीघ्र किये जाने हेतु संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है।

अपराध और उनका निराकरण

संपत्ति संबंधी अपराध (डकैती, लूट, नकवजनी एवं चोरी) में आरोपियों को पकड़ने तथा 4.16 करोड़ से अधिक राशि की संपत्ति (मशरुका) बरामद करने पुलिस को सफलता मिली है। वर्ष 2022 में 1380 प्रकरण पजीबद्ध हुये है, वर्ष 2023 में 1183 प्रकरण पंजीबद्ध की गई है जिसमें 14% की कमी आयी है।

शरीर से संबंधित अपराध (हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण) वर्ष 2022 में 821 प्रकरण पंजीयद्ध हुये है, वर्ष 2023 में 811 प्रकरण पंजीवद्ध की गई है जिसमें 1.21को कमी आयी है। हत्या के कई अनसुलझे मामले जैसे प्रेम प्रसंग में हत्या, आपसी रंजिश में हत्या एवं अपहरण कर ले जाकर हत्या के प्रकरणों को तकनीकी सहायता के माध्यम से सुलझाने में सफलता प्राप्त हुई है।

महिला के विरुद्ध अपराध की समीक्षा एवं सतत् मानिटरिंग जिले में गठित महिला अनुसंधान यूनिट द्वारा की जाकर दिये गये निर्देशों के अनुरूप समय सीमा में निराकरण किया जा रहा है। महिलाओं के विरुद्ध अपराध (बलात्कार, शीलभंग, प्रताड़ना) वर्ष 2022 में 485 प्रकरण पंजीबद्ध हुये है, वर्ष 2023 में 403 प्रकरण पंजीयख की गई है, जिसमें 17% कमी आयी है।

ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस ने अभियान चलाकर विभिन्न थाना क्षेत्रों से इस साल गुम हुये 266 नाबालिगों (बालक/बालिका) में से 147 नाबालिगों को ढूंढ कर उनके परिजनों को सुपुर्द की गई है. जिसमें कई नाबालिगों को पुलिस टीमें दूसरे राज्य से सकुशल वापस लाई है, गुम बच्चों की बरामदगी 55% रही। इसी प्रकार वर्ष 2023 में गुम हुये 644 महिला एवं पुरुष को पुलिस ने विभिन्न स्थानों से खोजकर उनके अपनों से मिलाया है।

चाकूबाजी जैसे घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण हेतु थाना स्तर पर टीम गठित कर सतत् पेट्रोलिंग एवं समय-समय पर आकस्मिक चेकिंग की कार्यवाही करायी गई। वर्ष 2022 आर्म्स एक्ट अंतर्गत 148 प्रकरण पंजीबद्ध की गई है, वर्ष 2023 में 206 प्रकरणों में अवैध हथियार रखने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। पूर्व वर्ष के तुलना में वर्ष 2023 में 39% अधिक कार्यवाही हुई है।

अवैध शराब एवं मादक पदार्थ में की गई व्यापक कार्यवाही

शासन की मंशा अनुरूप जिले में नशे का कारोबार से संबंधित व्यक्तियों के विरूद्ध अभियान चलाकर मादक पदार्थ (गांजा, ब्राउन शुगर एवं नशीली दवाई) एवं अवैध शराब की बिक्री एवं परिवहन करने वाले पर कार्यवाही की गई। वर्ष 2022 में 2567 लीटर अवैध शराब की जप्ती की गई, उसकी तुलना में वर्ष 2023 में 10763 लीटर अवैध शराव की बिक्री/परिवहन करते आबकारी अधिनियम अंतर्गत जप्ती की गई है। थाना अंतर्गत अवैध शराब की तस्करी करते ट्रक में 530 पेटी शराब कीमती 52,42,500 रूपये को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है।

इसी तरह वर्ष 2022 में एनडीपीएस एक्ट अंतर्गत 46 प्रकरणों में 107 कि.ग्रा. गांजा एवं 120 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद किया गया है, वर्ष 2023 में एनडीपीएस एक्ट में 72 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये है, जिसमें 410 कि.ग्रा. गांजा, 233 ग्राम ब्राउन शुगर एवं 152 ग्राम हेरोईन बरामद किया गया है। पूर्व वर्ष की तुलना में एनडीपीएस एक्ट में 55% अधिक कार्यवाही परिलक्षित हुई है।

प्रतिबंधात्मक कार्यवाही

जिले में कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने, अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण की दृष्टि से संदिग्ध एवं अपराधिक चरित्र के व्यक्तियों की निगरानी की जाकर उनके विस्तार आवश्यक वैधानिक/प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है। जिले में वर्ष 2022 में 7292 प्रकरण में कार्यवाही की गई है उसकी तुलना में वर्ष 2023 में 14572 प्रकरण में कार्यवाही की गई है, इस प्रकार प्रतिबंधात्मक कार्यवाही में 100 % की वृद्धि हुई है।

*यातायात प्रबंधन

जिले की यातायात व्यवस्था को सरल, सुगम एवं सुरक्षित बनाये रखने हेतु शराब एवं नशीली पदार्थ का सेवन कर वाहन चलाने, निर्धारित क्षमता से अधिक सवारी बैठाने एवं यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों के विरूद्ध जिला प्रशासान, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं परिवहन विभाग के साथ समन्वय कर कार्यवाही की जा रही है। इस वर्ष 50119 वाहनों चालको पर चालानी कार्यवाही की गई है। हाईवे पेट्रोलिंग, थाना पेट्रोलिंग, डॉयल 112 के रिस्पॉस टाईम को बेहतर करने समय समय पर मीटिंग लेकर निर्देशित किया जा रहा है।

साईबर काईम पर फोकस

ऑन लाईन घोखाधड़ी से संबंधित अपराध पर नियंत्रण हेतु जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। थाना स्तर पर सोशल मिडिया ग्रुप एवं जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिले में ऑनलाईन धोखाधड़ी की शिकायत/सूचना में विशेष रूप से गठित एन्टी क्राईम एवं साईबर यूनिट द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये ठगी की गई 2338 शिकायतों में 1,33,11,053/- रूपये रोककर बैंक में होल्ड कराया गया एवं माननीय न्यायालय के आदेशानुसार 7,21,059/- रूपये पीड़ित को वापस की गई है। इसी प्रकार आम जनता द्वारा मोवाईल गुम की सूचना पर 320 लोगों के मोबाईल कीमती 80 लाख रूपये को तकनीकी सहायता से ढूंढकर उन्हें वापस कराया गया है।

ऑनलाईन सट्टा (महादेव ऐप) पर कार्यवाही

ऑनलाईन ऐप (महादेव सट्टा) के माध्यम से संचालित सट्टा खिलाने वालों के विरूद्ध लगातार रेड की कार्यवाही की जाकर कुल 26 पंजीबद्ध प्रकरणों में 194 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 78 नग लेपटॉप, 371 नग विभिन्न कंपनियों के मोबाईल फोन जप्त किया गया एवं उनके द्वारा विभिन्न बैंकों में संचालित 231 खातों को फ्रिज कराया गया।

👉 *चिटफण्ड के निवेशकों को धन वापसी*

शासन की घोषणापत्र में टीवी चिटफण्ड कंपनी के निवेशकों को जमा राशि वापस कराये की बिन्दु को प्राथमिकता देते हुये जिले में चिटफण्ड कंपनियों के विरूद्ध निरतंर कार्यवाही की जा रही है। वर्ष 2023 में विभिन्न कंपनियों के 15 डॉयरेक्टरों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कियागया है साथ ही शुष्क इंडिया कंपनी एवं यश ग्रुप जैसे कंपनियों की संपत्ति की नीलामी उपरांत 6291 निवेशकों को कुल 8.60 करोड़ रूपये वापस किया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राम गोपाल गर्ग द्वारा पुलिसिंग में नवाचार के कई सफल प्रयोग कर जिले की पुलिसिंग को और मजबूत किया गया है, उन्होंने कानून व्यवस्था और अपराधों के इन्वेटिगेशन को अलग-अलग कर अपराध के शिकार हुये लोगों को त्वरित रूप से न्याय दिलाने को अपनी प्राथमिकता में रखा, जिसके लिये सभी अधिकारियों को पीड़ित की शिकायत या रिपोर्ट पर तत्काल विधि सम्मत कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं। जिला पुलिस द्वारा वर्ष 2023 की कार्यवाही की समीक्षा की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राम गोपाल गर्ग द्वारा अपनी टीम को अनुशासित रहकर जिले की पुलिसिंग को और बेहतर बनाने की दिशा में नई कार्ययोजना और ऊर्जा के साथ कार्य करने निर्देशित किया गया है। आगामी वर्ष में जिले में नवाचार के रूप में *साइबर प्रहरी, त्रिनयन (सीसीटीव्ही मानिटरिंग ऐप) एवं सशक्त (वाहन चोरी डेटाबेस ऐप)* इत्यादि नयी तकनीकों, मोबाईल एवं वेब ऐप का उपयोग कर पुलिसिंग को बेहतर करने की कार्य योजना है।


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