कांग्रेस अपने नेताओं की संदिग्ध हत्या की जांच कराए : भाजपा


रायपुर। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस संचार विभाग की पत्रकार वार्ता में  भाजपा कार्यकर्ता बिरजू तारम की मोहला मानपुर में हुई नृशंस हत्या के मामले में भाजपा की संलिप्तता की जांच की जरूरत बताए जाने पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस का ही चरित्र है, जो उसके मीडिया विभाग के मुखिया के मुख से निकल रहा है। कांग्रेस अपना इतिहास उठाकर देखे या न देखे, छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि झीरम का सच सामने इसलिए नहीं आ रहा क्योंकि इसमें जिनकी संलिप्तता की जांच होनी चाहिए, वे सरकार में बैठे हैं। भूपेश बघेल कहते थे कि झीरम के सबूत उनकी जेब में हैं। सरकार चलाते भूपेश बघेल को 5 साल बीत गए। अब तक उनकी जेब से झीरम के सबूत क्यों नहीं निकले।


उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजकुमारी कहती हैं कि झीरम के शहीदों के परिवार को न्याय मिलेगा। भूपेश बघेल झीरम पर राजनीति करते हैं और झीरम के एक शहीद की विधवा और एक शहीद के बेटे की टिकट काट दी तो एक और  शहीद की विधवा की टिकट भी काट दी गई।  कांग्रेस के मीडिया विभाग को अपने मुख्यमंत्री से सवाल करना चाहिए कि झीरम के सबूत छिपाने पर उनकी जांच क्यों नहीं होना चाहिए।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास उसके नेताओं की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामलों से भरा पड़ा है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, कांग्रेस के दिग्गज नेता संजय गांधी, राजेश पायलट, माधवराव सिंधिया और छत्तीसगढ़ में शहीद हुए वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल सहित जिन नेताओं की शहादत हुई, उसका सच कांग्रेस कभी सामने आना पसंद नहीं कर सकती। कांग्रेस का मीडिया विभाग हमारे संघर्षशील कार्यकर्ता की टारगेट किलिंग पर जिस तरह की बेहूदा टिप्पणियां करके हमारी ओर उंगली दिखा रहा है तो वह यह जान ले की चार उंगलियां उसकी तरफ उठ रही हैं। झीरम के शहीदों के परिवार न तो भूपेश बघेल को माफ करेंगे और न ही षड्यंत्रकारी कांग्रेस को माफ कर सकते।

 


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