वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा $99.2 बिलियन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है। यह वृद्धि मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरियों और सौर पैनलों के आयात में तेज़ बढ़ोतरी के कारण हुई है।








प्रमुख बिंदु:
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चीन से आयात: $113.5 बिलियन (25% की वार्षिक वृद्धि)
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चीन को निर्यात: $14.3 बिलियन (14.5% की गिरावट)
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कुल द्विपक्षीय व्यापार: $127.7 बिलियन
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मास्युटिकल्स जैसे उभरते क्षेत्रों में चीन पर निर्भरता बढ़ रही है, जिससे आर्थिक असंतुलन की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इसके अतिरिक्त, अमेरिका द्वारा चीनी उत्पादों पर नए टैरिफ लगाए जाने के बाद, चीन से भारत में सस्ते उत्पादों की बाढ़ आने की आशंका है।
इस स्थिति से निपटने के लिए, भारतीय सरकार ने सस्ते आयात की निगरानी और घरेलू कंपनियों को अमेरिकी टैरिफ से बचने के लिए चीनी उत्पादों की सहायता से बचने के लिए एक निगरानी इकाई स्थापित करने की योजना बनाई है।