रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति ‘इंद्रधनुषीय’ में झूमे कृष्णा पब्लिक स्कूल नेहरू नगर के नौनिहाल


भिलाई। कृष्णा पब्लिक स्कूल नेहरू नगर भिलाई का दो दिवसीय वार्षिकोत्सव ‘इंद्रधनुष’ का रंगारंग कार्यक्रम भव्य रोमांचक और जोश के साथ प्रारंभ हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. अरूणा पालटा वाइस चेयरमेन, हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी, दुर्ग तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. भूपेन्द्र कुलदीप, रजिस्ट्रार, हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी, दुर्ग की अगवानी स्कूल हेड ब्वॉय वैभव रॉय एवं हेड गर्ल अनन्या माँझी, वाईस हेड ब्वॉय तनुष ठाकुर एवं वाइस हेड गर्ल मिनिषा पॉढ़ी ने सभी हाऊस प्रीफेक्ट्स के साथ चेयरमेन श्री एम. एम. त्रिपाठी, वाइस चेयरमेन श्री आनंद त्रिपाठी, सचिव श्री प्रमोद त्रिपाठी, डायरेक्टर श्री आलोक त्रिपाठी, प्रिंसिपल श्रीमती सविता त्रिपाठी ने की।

स्कूल के एन.सी.सी. प्रभारी एवं क्रीड़ा शिक्षक श्री उमेश बघेल के नेतृत्व में एन.सी.सी. कैडेड्स के द्वारा पायलेटिंग व के. पी. एस. बैंड टीम के छात्र-छात्राओं द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तत्पश्चात उपस्थित गणमान्य अतिथियों के करकमलों से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। किड्स शिक्षिका श्रीमती रीना घोष एवं श्रीमती सोनाली उमरे के मार्गदर्शन में नर्सरी के 30 नौनिहालों द्वारा स्वागत गीत की शानदार प्रस्तुति दी गई। तत्पश्चात सरस्वती वंदना व स्वागत गीत के

माध्यम से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। शाला की प्राचार्या श्रीमती सविता त्रिपाठी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि नौनिहाल ही कल के भविष्य हैं, हम जितने बेहतर ढंग से बच्चों की देखभाल करेंगे, राष्ट्र निर्माण भी उतना ही बेहतर होगा। एक शिक्षक का दायित्व ही होता है बच्चों की जरूरतों को पहचानना, उनके अधिकारों की रक्षा करना, ताकि बच्चों का समुचित विकास हो सके। हमारी शाला में इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाता है कि बच्चे शिक्षित होने के साथ ही सुसंस्कारित हों, उनमें देशभक्ति की भावना का विकास हो वे आगे चलकर परिवार, समाज एवं राष्ट्र को गौरवान्वित करें।

किड्स एकेडमी की हेड मिस्ट्रेस श्रीमती शिल्पी त्रिपाठी ने कहा कि हमारा कर्तव्य भविष्य के इन कर्णधारों में सद्गुणों के बीज बोना है। अच्छी शिक्षा, प्रेम व अच्छे व्यवहार के जल सिंचन से यह बीज अंकुरित होंगे, पुष्पित होंगे और उनकी खुशबू से देश फलेगा, फूलेगा ।

आनंद त्रिपाठी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो’ इस वाक्य पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी काम असंभव नहीं है बस जरूरत होती है अपने लक्ष्य की ओर पूरी सिद्दत और लगन से जुटे रहने की। मैंने जीवन में कभी हार नहीं मानी विपरीतपरिस्थितियों के आगे तटस्थ रहा और यही बात अपने विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को हमेशा सीखाते भी रहा कि आपका काम है अपने लक्ष्य के रास्ते पर आगे बढ़ते रहना, सफलता आपके कदम चूमेंगी आप अर्जुन बनो तो सही।

मुख्य अतिथि श्री डॉ. अरूणा, वाइस चेयरमेन, हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी, दुर्ग ने अपने वक्तव्य में कहा कि लौह नगरी भिलाई में के. पी. एस. न केवल शिक्षा के क्षेत्र में अपितु खेल, सांस्कृतिक योग्यताओं के विकास, नैतिक व मानवीय मूल्यों को बच्चों में प्रत्यारोपित कर देश व समाज को श्रेष्ठ नागरिक प्रदान करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है कार्यक्रम में अनुशासित छात्रों को देखकर उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इन छात्रों को देखकर शिक्षकों की अहम भूमिका दृष्टिगोचर हो रही है। उन्होंने पालकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में शिक्षक, पालक एवं छात्र तीनों का समन्वय अति आवश्यक है।

आज प्रस्तुत कार्यक्रमों में कक्षा नर्सरी से पाँचवी तक लगभग 800 से अधिक विद्यार्थियों ने अलग-अलग 28 कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर अपनी प्रस्तुतियाँ दीं। नन्हें नन्हें मासूम बच्चों की मासूमियत सभी को अपनी ओर आकर्षित करती रही। आज के इस रंगारंग कार्यक्रम में नर्सरी के 29 बच्चों द्वारा ‘उठे सब के कदम’ की मनमोहक प्रस्तुति के माध्यम से जहाँ एक ओर उत्साह व जोश के साथ एकता की भावना परिलक्षित हुई वहीं दूसरी ओर दर्शकों की प्रसन्नता साफ दिखाई दे रही थी ।

” रघुपति राघव राजा राम” के माध्यम से के. जी.-2 के 31 बच्चों ने यह दर्शाया कि ईश्वर सभी जगह व्याप्त हैं और हमेशा ईश्वर का सहारा, प्रेम, आशीर्वाद हम पर बना रहता है। ‘हनुमान चालीसा’ में के.जी.-2 के 33 बच्चों द्वारा कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया ।।

कार्यक्रमों की शृंखला में आज विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा ‘चंद्रयान’ कक्षा के जी-2 के 27 बच्चों ने भारत की चंद्रयान मिशन की शानदार सफलता को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत कर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और विकसित भारत की सफलता का संदेश जन-जन तक पहुँचाया।

चोला-चोला कक्षा पहली के 34 बच्चों द्वारा नृत्य के माध्यम से दर्शकों को पृथ्वीराज चौहान, महाराणा प्रताप, शिवाजी की वीरता से परिचित कराया। बच्चों को इस वेशभूषा में देखकर दर्शक इतिहास को याद करते हुए गौरवान्वित हो उठे।

देश के सभी जाति धर्म के लोग एक दूसरे के त्योहारों में शामिल होकर खुशियाँ मनाते हैं। विविधता में एकता भारत की विशेषता को कक्षा 1 के 92 बच्चों ने सभी त्योहारों को एक ही साथ एक ही मंच पर प्रदर्शित कर दर्शकों का मन मोह लिया।

” संबलपुरी नृत्य ” के माध्यम से कक्षा 1 के 24 छात्रों ने ओडिसा की संस्कृति एवं वेशभूषा को बहुत ही बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत किया। “नमामि नमामि ” नृत्य के द्वारा कक्षा 2 के 27 छात्रों ने यह संदेश दिया कि किसी भी शुभ कार्य को प्रारंभ करने से पहले हम ईश्वर को नमन अवश्य करते हैं और ईश्वर की इसी भक्ति को इन मासूमों ने बहुत ही आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया जिसे देख समूचा वातावरण श्रद्धामय हो गया।

देश को स्वर्णिम भारत के रूप में प्रस्तुत करता “सोने की चिड़िया ” कार्यक्रम ने दर्शकों के मन को देशभक्ति की भावना से भर दिया। माँ गंगा की महत्ता और समृद्धि को दर्शाते कक्षा तीसरी के बच्चों की नमामि गंगे की प्रस्तुति ने खूब वाहवाही लूटी। आदिवासियों के वर्चस्व को दिखाता आदिवासी नृत्य जिसे कक्षा चौथी के बच्चों ने प्रस्तुत किया उसे देख लोग झूम उठे। वहीं एक ओर जहाँ छमाटी की खुशबू बिखेरते कक्षा तीसरी के बच्चों की प्रस्तुति ने माहौल को करतल ध्वनि से भर दिया तो दूसरी ओर बिहार के लोकप्रिय छठ पर्व की प्रस्तुति से समूचा वातावरण भक्तिमय हो उठा । नृत्यांगनाओं के आभूषणों की शोभा झलकाता नृत्य हरियाणवी झंकार ने लोगों को थिरकने पर विवश कर दिया।

मुख्य अतिथि तथा संस्था के गणमान्य अतिथियों द्वारा ‘अवेकिंग किड्स पत्रिका’ का विमोचन किया गया। शाला के प्रति निष्ठा व कार्य के प्रति समर्पित शिक्षकों तथा अन्य परिश्रमी कर्मचारियों को अवार्ड से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के कर कमलों द्वारा लगभग 800 छात्र-छात्राओं को शिक्षा, खेलकूद, वादविवाद, कला, संस्कृति आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मैडल व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया, नर्सरी से कक्षा दूसरी तक के 100 बच्चों को और कक्षा तीसरी से पाँचवीं तक के होनहार बच्चों को उनकी विभिन्न प्रतिभाओं के लिए सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

कार्यक्रम में कृष्णा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन श्री एम. एम. त्रिपाठी, वाइस चेयरमेन श्री आनंद कुमार त्रिपाठी, सेक्रेटरी श्री प्रमोद कुमार त्रिपाठी, डायरेक्टर श्री आलोक त्रिपाठी, प्रिंसिपल श्रीमती सविता त्रिपाठी, वाइस प्रिंसिपल श्रीमती रीता थॉमस, सीनियर हेड मिस्ट्रेस श्रीमती मोनिका सेन गुप्ता, हेड मिस्ट्रेस किड्स श्रीमती शिल्पी त्रिपाठी तथा अन्य गणमान्य अतिथि विशेष रूप से उपस्थित रहे ।

कार्यक्रम को सफल बनाने में म्यूजिक व आर्ट कॉलेज के शिक्षक-शिक्षिका श्रीमती ज्योति शर्मा, श्री प्रकाश उमरे, श्री भुवनेश्वर साहू, श्रीमती धनेश्वरी साहू, श्रीमती राजेश्वरी देवांगन, गर्विता दत्ता, अंकिता गोपाले, नीलम साहू, भूपेन्द्र साहू, सुनील सिहोरे, अजीत बेनर्जी, के. सुनील, तबलावादक भूपेन्द्र साहू एवं शाला के समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं का योगदान सराहनीय रहा। संपूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती स्वाति जॉन, श्रीमती सुनीता त्रिपाठी, श्रीमती व्ही. एस.

चित्रा, श्रीमती अदिति कर, श्रीमती अनुपमा मूर्ति के प्रभावशाली मुखोद्गार द्वारा किया गया। के. पी. एस.

के छात्र – छात्राओं में श्रुति, योग, जीत, आदिश्री अनिरूद्ध, जीविषा मृणाल, अपूर्वा, निशा, रितेश,

कौस्तुभ, वेद, अनन्या, अलाना, सर्वेश, तनुष, वैभव ने कंठस्थ वार्षिक ब्योरा प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन हेड मिस्ट्रेस श्रीमती मोनिका सेन गुप्ता द्वारा मुख्य अतिथि एवं शहर के उपस्थित गणमान्य नागरिकों, पत्रकारों, शिक्षकों, पालकों, छात्रों व शाला के कर्मचारियों का उनकी उपस्थिति के लिए शाला परिवार की ओर से आभार व्यक्त किया गया।


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