नक्सलवाद पर गरमाई छत्तीसगढ़ सियासत : भूपेश बघेल का BJP पर हमला- हमारे कार्यकाल में सिमट चुके थे नक्सली, ये लोग मुफ्त की वाहवाही…


रायपुर :- छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित इलाकों को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। केंद्र सरकार द्वारा राजनांदगांव, खैरागढ़ और कवर्धा को नक्सल प्रभावित जिलों की सूची से हटाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि नक्सलवाद का प्रभाव पहले ही कांग्रेस शासन में काफी हद तक कम हो गया था, और अब बीजेपी मुफ्त में श्रेय लेने की कोशिश कर रही है।








नक्सली प्रभाव कांग्रेस शासन में ही घटा था

पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, हमारे शासनकाल में बस्तर क्षेत्र में कैंप स्थापित किए गए, सड़कें बनाई गईं, और आदिवासियों को राशन कार्ड व आधार कार्ड जैसी बुनियादी सुविधाएं दी गईं। खुद केंद्रीय गृह मंत्री ने बस्तर आकर इसकी स्थिति को देखा था। कांग्रेस सरकार ने केशकाल और कोंडागांव जैसे इलाकों को नक्सल मुक्त किया, जबकि बीजेपी शासन में 600 गांवों को खाली कराया गया था। उन्होंने आगे कहा कि वन अधिकार पट्टा भी कांग्रेस शासनकाल में ही लोगों को मिला, और बस्तर को मलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए गए। पूर्व सीएम ने कहा गृहमंत्री झूठ बोलकर चले गए, यह दुर्भाग्यजनक बात है।

भारतमाला परियोजना और स्वास्थ्य घोटालों पर सवाल

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने केंद्र की भारतमाला परियोजना पर सवाल उठाते हुए पूछा कि इस प्रोजेक्ट की जांच कब होगी? विपक्ष लगातार CBI जांच की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार चुप है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं, जिनकी जांच अब तक शुरू नहीं की गई है। जब डबल इंजन की सरकार होने का दावा किया जाता है, तो फिर घोटालों की जांच क्यों नहीं हो रही?

सुशासन दिवस सिर्फ टाइमपास

सरकार द्वारा सुशासन दिवस मनाने की घोषणा पर भी बैज ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, राज्य में अराजकता का माहौल है। यह तक स्पष्ट नहीं है कि सरकार चला कौन रहा है। ऐसे में ‘सुशासन दिवस’ केवल टाइमपास है।

चापलूसी करने वालों को पद

राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं और निगम-मंडलों की नियुक्तियों को लेकर भी कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला। बीजेपी में गुटबाजी उभर चुकी है। मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर चापलूसी करने वालों को पद बांटे जा रहे हैं। अगर निगम-मंडल में यह हाल है, तो मंत्रिमंडल का क्या हाल होगा?

महाधिवेशन से संगठन को मिलेगी नई ऊर्जा

कांग्रेस के आगामी दो दिवसीय महाधिवेशन को लेकर दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ से दो नेता इसमें भाग लेने गुजरात जाएंगे। इस अधिवेशन में संगठन को मजबूती देने वाले निर्णय लिए जाएंगे। जिला अध्यक्षों को अधिक अधिकार देकर पारदर्शिता लाई जाएगी और उन्हें कार्ययोजना के साथ टास्क सौंपा जाएगा।


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