रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 10 जनवरी से पहले होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, दो नए मंत्रियों को शपथ दिलाने की तैयारी चल रही है, जबकि हरियाणा के मॉडल पर तीसरे मंत्री को शामिल करने पर भी विचार हो रहा है। क्षेत्रीय संतुलन के मद्देनज़र रायपुर, बिलासपुर, और बस्तर से नए मंत्रियों के चयन की संभावना है।
दिसंबर 2023 में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ 12 मंत्रियों ने शपथ ली थी, लेकिन एक पद खाली रखा गया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियों के चलते मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस्तीफा दे दिया, जिससे वर्तमान में मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री हैं।
सरकार अब हरियाणा की तर्ज पर 13 मंत्रियों का मंत्रिमंडल बनाने पर विचार कर रही है। हरियाणा की विधानसभा में 90 सदस्य हैं, और वहां भी मंत्रियों की संख्या 13 तक सीमित है। अगर यह फॉर्मूला लागू होता है, तो छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की संख्या 13 हो सकती है।
मंत्री पद के संभावित दावेदार:
भाजपा के पास कई वरिष्ठ और अनुभवी विधायकों की सूची है, जो मंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं:
पूर्व मंत्री
- अमर अग्रवाल
- राजेश मूणत
- धरमलाल कौशिक
- अजय चंद्राकर मौजूदा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष:
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रायपुर से मंत्री बनने की संभावना
रायपुर जिले की सात विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है, लेकिन बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद रायपुर से कोई मंत्री नहीं है। ऐसे में रायपुर से एक मंत्री बनाए जाने की संभावना प्रबल है।
ये हैं दावेदार
- सुनील सोनी (हालिया उपचुनाव विजेता)
- मोतीलाल साहू
- पुरंदर मिश्रा
- राजेश मूणत (पूर्व मंत्री)
जानकारों की मानें तो क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए रायपुर, बिलासपुर, और बस्तर से नए मंत्री बनाए जा सकते हैं।