Chanakya Niti: अपनी मेहनत से व्यक्ति सफल तो हो ही जाता है लेकिन सम्मान पाना इतना आसान नहीं. चाणक्य नीति में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं जो व्यक्ति को सफलता के साथ सम्मान का पात्र भी बनाती है.
बोल बच्चन न बने – आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति जमीनी स्तर पर काम करता है, चीजों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताता उसे सफलता तो मिलती है ही साथ ही दूसरों की नजर में उसका कद ऊंचा हो जाता है. हर जगह उसका सम्मान होता है. वहीं जो हर बात को, अपनी कामयाबी को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं वह मजाक के पात्र बन जाते हैं.
पीठ पीछे बातें करना – दूसरों की निंदा करना, उनका मखौल उड़ाना व्यक्ति के छवि को नुकसान पहुंचाता है. ऐसा करने वाले चाहे कितने ही कामयाब क्यों न हो जाए. उन्हें सम्मान नहीं मिलता. निंदा करने वालों का साथ भी छोड़ दें.
झूठे का मुंह काला- चाणक्य कहते हैं कि जो लोग झूठ बोलकर और दूसरों का अहित कर सफलता पाते हैं उन्हें एक दिन अपमान का सामना करना पड़ता है. मेहनत और सच्चाई के रास्ते पर चलकर कामयाब होने वाला हमेशा सफलता पाता है और इसके साथ जो कभी आत्मसम्मान से समझोता नहीं करता उसे सम्मान भी मिलता है.
लालच बुरी बला – लालच एक तरह का स्लो पॉइजन है जो व्यक्ति को धीरे-धीर के अच्छे कर्मों को खत्म कर देता है. वहीं जो लोभ का त्याग करते हैं वह सबके चहेते और कामयाब बनते हैं.
सम्मान करें तो सम्मान मिलेगा – अगर हमें कोई बड़ा पद मिल जाए, धन और प्रतिष्ठा मिल जाए तो अहंकार नहीं करना चाहिए। दूसरों का अपमान न करें. सभी को सम्मान देंगे तो हम अपने आप ही सम्मानित होने लगेंगे.