रायपुर। राजधानी में म्यूल बैंक अकाउंट प्रकरण में सिविल लाइन स्थित उत्कर्ष स्माॅल फाइनेंस बैंक के चार अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपियों पर बैंक के ड्यू डीलीजेन्स, केवाईसी नाॅम्र्स का पालन नहीं करने, बैंक खाता खोलने के बदले ब्रोकरों से रकम प्राप्त करने, बैंक से इनसेंटिव लेने का अपराध दर्ज है। अब इस मामले में आरोपियों की संख्या 72 हजार हो गई है।
दरअसल, रायपुर रेंज आईजी अमरेश मिश्रा ने सायबर थाना पुलिस को म्यूल अकाउंट खोलने और ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। इसी के तहत पिछले दिनों 20 से अधिक टीमें बनाकर छत्तीसगढ़ समेत अलग अलग राज्यों में 50 से अधिक स्थानों में छापेमार कार्रवाई की गई थी। टीम ने म्यूल बैंक खाता धारक, ब्रोकर समेत कुल 68 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में बैंक अधिकरियों के शामिल होने की जानकारी मिली थी। मामले में सिविल लाइन थाना में अपराध क्रमांक 44/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) बीएनएस दर्ज कर उत्कर्ष स्माॅल फाइनेंस बैंक शाखा सिविल लाइन के चार अधिकारियों को पकड़ा गया।
गिरफ्तार आरोपी
1 शुभम सिंह ठाकुर पिता अर्जुन सिंह उम्र 27 पता मठपारा दुधाधारी मंदिर रोड वार्ड न. 64 टिकरापारा
2 हिमांशु शर्मा पिता शांतनु शर्मा उम्र 26 साल स्थाई पता – वार्ड क्रमांक 10 थाना आरंग
3 सुमित दीक्षित पिता बृज किशोर दीक्षित उम्र 28 पता शंकर नगर श्रीराम नगर फेस 2 म.न. ए 1 थाना खम्हारडीह रायपुर
4 अनुपम शुक्ला पिता अरुण कुमार शुक्ला उम्र 23 पता -प्रोफेसर कॉलोनी सेक्टर 02 पटेल पारा थाना पुरानी बस्ती रायपुर
क्या है म्यूल अकाउंट?
म्यूल अकाउंट ऐसे बैंक खाते हैं, जो गैरकानूनी गतिविधियों से पैसा हासिल और ट्रांसफर करके अवैध ट्रांजेक्शन का जरिया बनते हैं। म्यूल अकाउंट का इस्तेमाल जालसाज अपराध से मिले पैसे को ठिकाने लगाने के लिए करते हैं। आजकल, बड़ी संख्या में नकद रखने या इस्तेमाल करने के लिए बहुत सख्त कानून हैं।