रायपुर। राज्य विधानसभा में नग्न प्रदर्शन को लेकर बीजेपी विधायकों ने राज्य विधानसभा स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा की मांग की। लेकिन शून्यकाल में विषय पर चर्चा और राज्य के गृहमंत्री के जवाब आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरण दास महंत ने स्थगन को अस्वीकार कर दिया। इस बीच गृहमंत्री के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विधायक सदन के गर्भ गृह में घुस कर नारेबाजी और सीएम के इस्तीफे की मांग करने लगे। जिससे बीजेपी के विधायक सदन की कार्यवाही से स्वमेव निलंबित हो गए।
इससे पहले नग्न प्रदर्शन को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा में हंगामे के बीच राज्य की मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने राज्य के सीएम से इस्तीफे की मांग की। पूरे मामले पर चर्चा करते हुए राज्य के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि पूरी घटना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण बल्कि राज्य के लिए शर्मनाक है। नारायण चंदेल ने पूरे मामले के लिए दोषी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर कार्यवाई की मांग करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की।
इसबीच राज्य के गृहमंत्री ने सदन में बयान देते हुए प्रदर्शन की घटना को सामान्य बताते हुए सदन को बताया कि प्रदर्शन की पूर्व सूचना पुलिस या प्रशासन को नहीं दी गई थी।
गृह मंत्री के जवाब में घटना के कारणों का जिक्र नहीं होने और आगामी कार्यवाई की चर्चा नहीं होने से विपक्ष फिर से आक्रोशित हो गया और नारेबाजी करते हुए सदन के गर्भ गृह में घुस गया जिसकी वजह से गर्भगृह में घुसे सभी विधायक सदन की कार्यवाही से निलंबित हो गए। हालाकि बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने निलंबित विधायकों का निलंबन समाप्त कर दिया।