रायपुर। छत्तीसगढ़ में पीएससी के रिजल्ट में गड़बड़झालों को लेकर भाजपा युवा मोर्चा ने आज दोपहर नया रायपुर स्थित पीएससी में उग्र प्रदर्शन किया।बता दें, भाजयुमो ने आज पीएससी के घेराव का आव्हान किया था। इसको देखते पुलिस ने पीएससी आफिस की तगड़ी घेरेबंदी की थी। इसके बावजूद बेरिकेटिंग को तोड़ते हुए भाजयुमो के प्रदर्शनकारी मेन गेट तक पहुंच गए और अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। लेकिन भारी संख्या में मौजूद पुलिस ने उन्हें अंदर घुसने से रोक दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नीचे देखें प्रदर्शन का वीडियो
बता दें कि भाजपा ने पीएससी चयन सूची 2023 जारी होने के बाद से ही कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों के बेटे-बेटियों को नियुक्ति देने का आरोप लगा रहे हैं। इस मामले को लेकर लगातार बीजेपी आक्रमक भी है। पिछले दिनों डाॅ रमन सिंह ने इसे लेकर प्रेसवार्ता करते हुए कांग्रेस नेताओं, अफसरों सहित 48 लोगों के नामों की सूची जारी की थी और पीएससी भर्ती में भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया था।
बीते बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि राजनेता या अफसरों के परिवार से चयन होना कोई अपराध नहीं है। भाजपा की सरकार के समय भी राजनेता और अफसरों के परिवार से चयन हुआ है। यह योग्यता का परिचायक है। इस पर सवाल उठाना उचित नहीं है। यदि भाजपा के पास कोई तथ्य है तो दे, सरकार उस पर जांच कराएगी। भाजपा के पास कोई तथ्य है तो पेश करें। सरकार शिकायत पर जांच कराएगी, लेकिन छत्तीसगढ़ के योग्य छात्रों पर सवाल नहीं उठाना चाहिए। भाजपा शासनकाल की गड़बड़ी सब जानते हैं। मेरे पास भाजपा शासन काल में सलेक्ट हुए बच्चों के भी नाम है, लेकिन उजागर करुंगा तो उनका भी मन खराब होगा। बीजेपी छत्तीसगढ़ में माहौल खराब करने कोशिश कर रही है।
18 मई (गुरुवार) को कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए बड़ा आरोप लगाया था। संचार विभाग के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि रमन सरकार में कई नेता अधिकारी बेटे और रिश्तेदार भी हुए चयनित हुए। 15 साल के दौरान बीजेपी सरकार में हुए PSC चयन को लेकर कांग्रेस ने भी तीन लिस्ट जारी की और पूर्व रमन सरकार पर गड़बड़ी का आरोप लगाया था।