सीबीआई ने चीन स्थित एक कंपनी से संबंधित कर मुद्दों के निस्तारण के लिए 30 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में मुंबई में एक सीजीएसटी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि केंद्रीय माल एवं सेवा कर (सीजीएसटी) अधीक्षक हेमंत कुमार ने चीन के गुआंगजौ स्थित वेलफुल इंटर-ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित मुद्दों को निपटाने के लिए एक कर सलाहकार से 30 लाख रुपये की मांग की थी।
बातचीत को रिकॉर्ड किया
अधिकारियों ने कहा कि कंपनी ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया था और मध्यस्थ को मामले की जानकारी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को देने के लिए कहा था। एजेंसी ने आरोप का सत्यापन किया। सत्यापन के दौरान कर सलाहकार को कुमार के साथ बातचीत करने के लिए कहा गया था। उन्होंने बताया कि मुंबई के वडाला रेलवे स्टेशन पर एक बैठक हुई जहां कुमार ने मांग को कथित तौर पर घटाकर 15 लाख रुपये कर दिया। कर सलाहकार ने इस बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया।
पांच लाख रुपये बरामद हुए
अधिकारियों ने बताया कि आरोपों की पुष्टि होने के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया, जहां कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से भुगतान के पांच लाख रुपये बरामद हुए। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, “सीबीआई ने मुंबई और गाजियाबाद में आरोपी के आवासीय परिसरों की तलाशी ली, जिसमें 42.7 लाख रुपये (लगभग) की नकदी, चल/अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।” उन्होंने कहा कि कुमार को शुक्रवार को मुंबई में सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश के सामने पेश किया गया और उन्हें 21 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। भाषा