आज छत्तीसगढ़ भोजपुरी परिषद की एक आवश्यक बैठक डायमंड फर्नीचर छावनी चौक में रखी गई जिसमें परिषद के प्रमुख सदस्य उपस्थित हुए आगामी छठ पूजा को लेकर चर्चा की गई उत्तर प्रदेश बिहार एवं झारखंड का सबसे प्रमुख त्योहार छठ पूजा जो एकता व भाईचारे का संदेश देती है इसे पूरे देश विदेश में प्रचार होनी चाहिए यह त्यौहार मानवता को जोड़ती है इंसानियत को पैदा करती है जहां-जहां हमारे भोजपुरिया भाई है चाहे विदेश में हो या देश के किसी भी कोने में हो वे त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाकर देश की खुश हाली के लिए छठ माता से कामना करते हैं । बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए सार्वजनिक जगहों पर फ्लेक्स लगाने का निर्णय लिया गया और सभी व्रतधारी माता बहनों एवं भाइयों से निवेदन किया गया कि पूजा सामग्री तालाब में विसर्जित करते है तो दूसरे दिन कृपया करके उसे विसर्जित सामग्री को पुनः निकाल देनी चाहिए एक बहुत बड़ा संदेश प्रदेश में जाएगा , बहुत मेहनत से नगर निगम साफ सफाई कर हमें पूजा करने हेतु भोजपुरिया भाई बहनों को समर्पित करती है इसलिए हमारा भी फर्ज बनता है कि हम उसे पूजा सामग्री को जो तालाबों में विसर्जित की जाती है उसे अपने हाथों से निकाले यह बहुत बड़ा पुण्य का काम होगा जितने भी छठ तालाब पर जो लोग कमेटी बनाकर सेवा देते हैं मैं उनको धन्यवाद देता हूं कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वैसा ही निरंतर सेवा किया जाएगा और छठ पूजा के बाद एक पारिवारिक मिलन समारोह एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन का विचार किया गया है यह कार्यक्रम सर्वसम्मति से किया जाना है जिस पर सभी लोग फिर से एक बैठक लेकर इस विषय पर चर्चा करेंगे बैठक संपन्न होने के बाद सभी पदाधिकारी ने बैकुंठ धाम तालाब का निरीक्षण किया तथा वैशाली नगर के लाडले विधायक तरीके सिंह जी को धन्यवाद किया गया है कि उनके मार्गदर्शन में तालाब का बहुत ही बढ़िया सौंदर्यीकरण किया जा रहा है साथ ही वहां के पार्षद एवं भाजपा नेता राजेंद्र अरोरा जी को भी परिषद धन्यवाद देता है आज इस बैठक में प्रमुख रूप से परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष प्रभुनाथ बैठा, उपाध्यक्ष श्री वीरेंद्र यादव जी ,मुख्य सलाहकार निशिकांत शर्मा जी, प्रदेश युवा प्रभारी ठाकुर मनोज कुमार सिंह जी, कोषाध्यक्ष श्री सुभाष शर्मा जी, महासचिव श्री बीपी सिंह जी, प्रदेश के युवा पदाधिकारी सनोज चौधरी जी , परिषद के प्रमुख प्रेम प्रकाश मिश्रा जी , सचिव श्री मृत्युंजय भगत जी विशेष रूप से उपस्थित थे।

