भिलाई / गौ माता की पुनः प्रतिष्ठा एवं राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के उद्देश्य इस्पात नगरी भिलाई मे 15 मई से 25 मई 2025 तक सबसे भव्य और दिव्य 108 कुंडी गौ प्रतिष्ठा महायज्ञ एवं विष्णु महापुराण का आयोजन किया जा रहा है। यह महायज्ञ जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में होगा।यह आयोजन माइक्रो विद्वान ब्राह्मणों द्वारा शुद्ध देशी गाय के दी से एक करोड़ आहुतियां दी जाएगी। यज्ञ शाला में देश भर से पधारे साधु-संन्यासी तथा श्रद्धालु सम्मिलित होंगे।
इस महायज का उद्देश्य देश में गौहत्या की अमानवीय प्रथा को समाप्त कर गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना है। इस हेतु जगद्गुरु शंकराचार्य जी के मार्गदर्शन में एक सामूहिक जन-जागरण अभियान का भी संचालन किया जाएगा।








यज्ञशाला का भूमिपूजन 7 अप्रैल को पैत्र शुक्ल दशमी के दिन दडी स्वामी श्री मज्ज्योतिर्मयानंद सरस्वती जो महाराज (सपाद नशेश्वर धाम, सलधा) की पावन उपस्थिति में विधिवत रूप से संपन्न हुआ। प्रेस वार्ता मे दंडी स्वामी ने बताया की इस महायज में देशभर की सभी गौ-प्रजातियों के शुद्ध घी का प्रयोग किया जाएगा, और यह आयोजन अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक भव्यता के कारण ऐतिहासिक स्वरूप धारण करेगा।
प्रतिदिन संध्या समय स्वयं जगद्गुरु शंकराचार्य जी द्वारा श्री विष्णु महापुराण कथा की अमृतवाणी होगी, जिसमें धर्म, संस्कृति एवं गौ सेवा का मर्म विस्तार से समझाया जाएगा।
सभी गौ भक्तों, सनातनी जनों और राष्ट्रप्रेमियों से आग्रह है कि वे इस पावन अनुष्ठान में उपस्थित होकर, यज्ञ शाला की परिक्रमा करें, आहुति का संकल्प ले और गौमाता की प्रतिष्ठा हेतु अपना योगदान प्रदान करें।
यज में भाग लेकर श्रद्धालु अपने ईष्ट, पूर्वजों एवं परिवारजनों की सुख-समृद्धि तथा गौमाता के कल्याण हेतु पुण्य के भागीदार बन सकते हैं।