स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस के अवसर पर शंकराचार्य महाविद्यालय में शिक्षा विभाग राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राष्ट्रीय सेविका समिति के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्र भूमि वंदन विषय पर चर्चा परिचर्चा का आयोजन किया गया था। जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा स्वामी विवेकानंद जी के द्वारा दिए गए व्याख्यान उनके विचारों पर अपने विचार व्यक्त किए गए। विद्यार्थियों ने विवेकानंद जी के विचारों को व्यक्त करते हुए उनके द्वारा अपनी राष्ट्रभक्ति के संदर्भ में दिए गए भाषण पर विवेचन प्रस्तुत की उन्होंने समय-समय पर अपने शिष्यों को जो शिक्षा दी थी उसे पर भी अपने विचार व्यक्त किया तथा राष्ट्र का स्वरूप कैसा है और कैसा होना चाहिए। इस पर भी उन्होंने अपने विचारों की प्रस्तुति दी इस प्रतियोगिता में लगभग 8 विद्यार्थियों ने प्रस्तुति दी जिसमें पुरुषोत्तम बीएड प्रथम सेमेस्टर प्रथम सदानंद डी एल.एड द्वितीय तथा रूपल बीएड प्रथम सेमेस्टर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने सदैव हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में पथ प्रदर्शन किया और यह भी कहा है कि जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो तब तक लक्ष्य प्राप्ति की राह में चलते चलो यह आज के विद्यार्थियों को समझना होगा कि भविष्य में उन्हें क्या करना है और कैसे करना है इसके लिए रूपरेखा प्रारंभ में ही बना लेनी चाहिए और उसे पर सतत चलते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।
महाविद्यालय के एकेडमी डीन डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने अपने उद्बोधन में कहा कि आप सभी भविष्य में शिक्षक हैं और एक शिक्षक का लक्ष्य आदर्श शिक्षक बनना होना चाहिए अतः आप सभी इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु तत्परता से जुड़ जाइए और अपने आप को ज्ञान से युक्त करते हुए सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर रहिए इस अवसर पर राष्ट्रीय सेविका समिति के द्वारा विद्यार्थियों के प्रोत्साहन हेतु पुरस्कार प्रदान किए गए तथा विद्यार्थियों को अदम्य साहस रखते हुए आत्मविश्वास से परिपूर्ण रहने की बात कही गई।
कार्यक्रम का संचालन डॉ लक्ष्मी वर्मा के द्वारा किया गया इस अवसर पर राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रांत सह प्रचार प्रसार प्रमुख अंशु सिंह तथा दुर्ग विभाग कार्यवाहिका से राखी विश्वास जी शिक्षा विभाग के प्राध्यापक डॉ वंदना सिंह डॉक्टर गायत्री जय मिश्रा डॉ शिल्पा कुलकर्णी डॉ सीमा द्विवेदी श्रीमती सुधा मिश्रा श्रीमती उज्ज्वल भोसले एवं अन्य प्राध्यापक गण सहित शिक्षा विभाग के सभी विद्यार्थी उपस्थित थे।