शरद पवार ने NCP अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। शरद पवार ने कहा, ‘मैं एनसीपी से राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’ 82 साल के एनसीपी अध्यक्ष ने पद छोड़ने का ऐलान ऐसे समय पर किया है जब पिछले दिनों ही पार्टी में फूट की खबरें सामने आई थी। पवार ने कहा कि अब मैं चाहता हूं कि एनसीपी की जिम्मेदारी कोई और संभाले। मैंने कई साल तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है और अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष पद से रिटायर होना चाहते हैं।
खबरें थीं कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार एनसीपी के कई विधायकों के साथ बीजेपी सरकार में शामिल हो सकते हैं। शरद पवार के इस फैसले से पार्टी कार्यकर्ता हैरान हैं। वो शरद पवार से इस्तीफा वापस लेने के लिए पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। पवार ने यह भी कहा कि मैंने कई साल तक पार्टी का नेतृत्व किया है। लेकिन अब अध्यक्ष पद पर नहीं रहना है। अब पार्टी के नेताओं को आगे तय करना है कि अब उनका नेतृत्व कौन करेगा। पवार देश के शीर्ष विपक्षी नेताओं में से एक हैं और महाराष्ट्र में महा विकास अघडी सरकार बनाने के लिए शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच एक साथ गठबंधन करने में उनकी बड़ी भूमिका थी।
हालांकि, पार्टी कार्यकर्ता ये बात सुनने के साथ ही शरद पवार के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। पवार ने हालांकि स्पष्ट किया कि वह राजनीति से पीछे नहीं हट रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे साथियों, भले ही मैं अध्यक्ष पद से हट रहा हूं, लेकिन मैं सार्वजनिक जीवन से सेवानिवृत्त नहीं हो रहा हूं। पवार का कहना है कि पार्टी प्रमुख के पद की जिम्मेदारी किसे दी जाए, यह तय करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। जैसे ही दिग्गज नेता ने अपने फैसले की घोषणा की, सभागार में राकांपा कार्यकर्ताओं ने मांग की कि पवार अपना फैसला वापस लें, जब तक वे ऐसा नहीं करते, वे सभागार से बाहर नहीं जाएंगे।