रायपुर। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामले में कारोबारी अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक ढिल्लों समेत आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी को अदालत में पेश किया। रायपुर की विशेष अदालत में दिनभर चली सुनवाई के बाद कारोबारी ढेबर और नितेश पुरोहित को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।अदालत ने इस मामले के अन्य आरोपी कारोबारी त्रिलोक ढिल्लों और एपी त्रिपाठी को 4 दिन की ईडी की रिमांड पर भेजा है। अभी इन कारोबारियों से ईडी 4 दिन पूछताछ करेगी, इसके बाद उन्हें फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
ईडी ने अपनी प्रेस रिलीज में किया है 2 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का दावा
छत्तीसगढ़ में ताबड़तोड़ छापे के बाद ईडी ने एक प्रेस रिलीज जारी करके शराब घोटाले की जानकारी दी थी। ईडी का दावा है कि साल 2019 से 2022 के बीच प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ है। जिसमें 2 हजार करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं। उन्होंने अपनी जांच में ये खुलासा किया है कि अनवर ढेबर छत्तीसगढ़ में एक सिंडिकेट चला रहे हैं, और उसमें बड़े नेताओं के अलावा सीनियर अफसरों का भी सपोर्ट है। जिसमें एक ऐसा नेटवर्क तैयार किया गया है कि, छत्तीसगढ़ में बेचे जाने वाली शराब की हर बोतल पर अवैध वसूली की जा रही थी। ईडी ने कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की है।
अनवर ढेबर ने कोर्ट में जज के सामने दी थी खुदकुशी की धमकी
कोर्ट में इससे पहले अनवर ढेबर ने जज के सामने ईडी पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए खुदकुशी की धमकी थी। ढेबर ने जज के सामने कहा था कि ईडी उन्हे प्रताड़ित कर रही है और सीएम और उनके परिवार के सदस्यों का नाम लेने के लिए दबाव बना रही है। उन्होने कहा था कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मैं खुदकुशी कर लूंगा और ईडी उसकी जिम्मेदार होगी।