महासमुंद। छत्तीसगढ़ में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी का मुद्दा विशेष तौर से उठाया था। घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने कहा था, हम शराबबंदी जरूर करेंगे। सरकार बनने के बाद, पांच साल पूरे होने वाले हैं। लेकिन अबतक प्रदेश में शराबबंदी नहीं हुई है। वहीं शराबबंदी को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने बड़ा बयान दिया है। शुक्रवार को कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने महासमुंद का दौरा किया और प्रेस वार्ता कर पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने लभराखुर्द स्थित सर्किट हाउस में महासमुंद लोकसभा अंतर्गत आने वाले आठ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं व पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा की। प्रेस वार्ता में कांग्रेस प्रभारी सैलजा ने शराबबंदी के सवाल पर कहा, “प्रदेश में अभी इसकी जरूरत नहीं है। जब जरूरत महसूस होगी तब स्वतः ही निर्णय लिया जाएगा”।
इसके बाद सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास साहेब के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने के सवाल पर कुमारी सैलजा ने कहा, इससे कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ेगा। वे पहले भी भाजपा के रहे हैं। बार-बार पार्टी बदलने से समाज का विश्वास खत्म होता है। आगे भाजपा द्वारा प्रत्याशियों की सूची जारी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि, कांग्रेस में जल्दी सूची जारी करने की रेस नहीं लगी है। कांग्रेस पूरी तसल्ली करने के बाद ही सूची जारी करेगी। प्रत्याशियों की पैराशूट लैंडिंग के सवाल पर उन्होंने बताया कि, इसकी संभावना बहुत कम है। अधिकतर सीटों पर जिन लोगों ने आवेदन दिए हैं, उन्ही में से नाम तय किए जाएंगे।