बारिश में नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग की तैयारी: मलेरिया से बचने कूलर व पानी टंकी को खाली रखें


-मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर घर जाकर बाटेंगी आयुष्मान कार्ड:


-फाइट दा बाइट एवं डेंगू नियंत्रण व जागरूकता अभियान कार्यक्रम :

दुर्ग/ 27 नगर पालिक निगम।निगम क्षेत्र में छूटे लोगों का आयुष्मान कार्ड बाटने की मुहिम शुरू हो रही है।कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर नगर निगम एवं राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, इकाई “फाइट दा बाईट-2024 एवं डेंगू नियंत्रण एव जागरूकता अभियान..स्वस्थ्य विभाग की टीम द्वारा मितानिनों को ट्रेनर्स द्वारा दी गई जरूरी जानकारी,जन जागरूकता पर दिया जोर,जागरूकता अभियान कार्यक्रम इसके लिए 60 वार्डो में मुहिम चलाई जा रही है। इसके लिए मितानिन,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और निगम सुपर वाइजर को प्रशिक्षण दिया गया।नगर निगम क्षेत्र में चलेगा अभियान मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घूम घूम कर हितग्राहियों के घरों में जाकर आयुष्मान कार्ड बांटेंगी।सरकार द्वारा अति गरीब और सामान्य वर्ग के सदस्यों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिलाने प्रत्येक वार्ड में न केवल सर्वे करया कराया गया था, बल्कि मौके पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।सर्वे के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन नगरनिगम के मोतीलाल वोरा सभागार में किया गया इस समय आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने कहा कि कार्ड का तीन तरह से लाभ लिया जा सकता है। सर्वेकर्ता कार्ड बनाने के साथ ही कार्ड की उपयोगिता को बताए। कार्ड बनाने के लिए सर्वेकर्ता को सूची भी उपलब्ध कराया गया है।जिंसके आधार पर आयुष्मान कार्ड बनाया गया है।अब आयुषमान कार्ड मितानिन, आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता वार्डो के हितग्राहियों के घरो में जाकर निशुल्क आयुष्मान कार्ड बाटेंगी जाएगा।कार्यक्रम के समय मौजूद स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली,राजस्व अधिकारी दुर्गेश गुप्ता,योगेश सूरे,स्वास्थ्य विभाग सीएमओ आफिस लकी दुबे,महिला बाल विकास अधिकारी अनिता सिंह के अलावा जिला स्वास्थ्य विभाग अमला व निगम स्वास्थ्य विभाग अमला सहित आदि मौजूद रहें।आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने कार्यक्रम में बताया कि मलेरिया व डायरिया के नियंत्रण, रोकथाम और बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम ने कमर कस ली है। इसके लिए निगम अमला एवं जिला स्वास्थ्य विभाग अमला ने डेंगू मलेरिया नियंत्रण अभियान के दौरान लोगों को घर में रखे गमले की ट्रे, कूलर, फ्रिज, पानी की टंकी को खाली कर सुखाने के बाद उपयोग करने के बारे में जानकारी दी जाएगी ताकि मच्छर के अंडे, लार्वा को नष्ट किया जा सके। मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए पुराने टायर, मटके, कबाड़ आदि में बरसात का पानी एकत्र ना होने दें।घर के बाहर छोटे गड्डों में मिट्टी का भराव न करें। जिला हॉस्पिटल मलेरिया विभाग के अधिकारी लकी दुबे ने बताया कि मलेरिया का मच्छर नमी तथा दलदल वाले क्षेत्र में ज्यादा पनपता है। मलेरिया मच्छर से बचाव के लिए जरूरी है कि मॉस्किटो क्वायल तथा रात के समय मच्छरदानी का प्रयोग करें अन्य रोगों से भी बचा जा सके। फुल आस्तीन के कपड़े पहनें, हाथ-पैरों का कवर करें, बैड को 3 फीट ऊंचा रखें। मलेरिया बीमारी के लक्षण तेज बुखार, उल्टी आना, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना है। बुखार को कन्ट्रोल करने के लिए चिकित्सीय परामर्श लें।मलेरिया के लक्षण होने पर समय से डॉक्टर की सलाह लें।राजू बक्शी


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